गुरुवार, 7 नवंबर 2013

मुझको सब हाथ मिले तो बड़ी ताली मैं बजा सकता हूं--Mahatma Gandhi

Published on Oct 19, 2012
Excerpts of speech of Mahatma Gandhi delivered on 01/06/1947:
"एक हाथ से तो ताली नहीं बज सकती। मुझको सब हाथ मिले तो बड़ी ताली मैं बजा सकता हूं और तब मैं सारी दुनिया को हंसा सकता हूं। और, पीछे दुनिया क्या कहेगी कि अगर कोई मुल्क को आज़ाद होना चाहिए तो हिंदुस्तान इस आज़ादी के लिए मुल्क है। और, मेरी तो तमन्ना ये है, मेरी तो आशा ये है, ईश्वर से प्रार्थना ये है कि हिंदुस्तान ऐसा बने कि जिससे सारी दुनिया कहे कि अगर आज़ाद बनना है तो हिंदुस्तान के जैसे आज़ाद बनो। ऐसा करने में आपलोग बहुत बड़ा हिस्सा दे सकते हैं। सब के सब अपनी जगह पर अपने धर्म का पालन तो हिंदुस्तान जैसा मैं आपको कहता हूं ऐसा बन सकता है उसमें मुझको तनिक भी शंका नहीं है।"

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