राधे मां शोहरत और सफलता के शिखरों को बहुत पहले छू चुकी हैं। यह बात है मई 2012 की जब राधे मां लुधियाना के साऊथ सिटी क्षेत्र में आयीं थीं। पुरुष भक्तों गोद में चले जाना उनके लिए आम बात थी। भारतीय समाज और धर्म से टकर लेकर अपनी बनाना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने बनाई। देखिये अतीत के उन पलों की एक झलक--रेकटर कथूरिया
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सोमवार, 16 दिसंबर 2013
राधे मां: अतीत के उन पलों की एक झलक 01 05 2012
राधे मां शोहरत और सफलता के शिखरों को बहुत पहले छू चुकी हैं। यह बात है मई 2012 की जब राधे मां लुधियाना के साऊथ सिटी क्षेत्र में आयीं थीं। पुरुष भक्तों गोद में चले जाना उनके लिए आम बात थी। भारतीय समाज और धर्म से टकर लेकर अपनी बनाना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने बनाई। देखिये अतीत के उन पलों की एक झलक--रेकटर कथूरिया
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