पार्षद जयप्रकाश ने भी करायी प्रापर्टी टैक्स कैम्प की सफल शुरूआत
लुधियाना : 26 नवंबर 2013: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): कांग्रेस, कम्युनिस्ट और अन्य विपक्षी दलों के तीखे विरोध का कोई असर नहीं हुआ और कई प्रदर्शनों व मार्चों के बावजूद प्रापर्टी टेक्स की कुलेकशन का काम जोर शोर से जारी है। अंतिम तारीख नवंबर को नज़दीक देखते हुए इस मकसद के कैम्प भी जगह जगह लगाये जा रहे हैं। जहाँ और भाजपा पार्षद इस टैक्स अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं वहीँ कांग्रेस समर्थक पार्षद भी आम जनता के साथ सीधे सीधे जुड़े होने के कारण इस टैक्स के लिए रहे कैम्पों को सफल बनाने में सक्रिय हैं। इतनी सरगर्म सियासी हिमायत के बावजूद सरकारी विभाग अपनी ढिलमुल नीती छोड़ने को तैयार नहीं हुए। बहुत बड़ी आबादी वाले इन इलाकों में कैम्प तो घोषित कर दिया गया और टीम भी पहुँच गयी लेकिन इस मकसद के लिए भरे वाले फ़ार्म दोपहर होते होते करीब तीन घंटों में ही समाप्त हो गए। लोग टैक्स फ़ार्म खत्म।
इस हालत में निराश और नाराज़ हुए लोगों को अपने प्रभाव और प्रेम से मनाया पार्षद जय प्रकाश ने। उन्होंने खुद इस कैम्प में मौजूद रह कर जहां डयूटी पर पहुंचे स्टाफ सदस्यों का ध्यान रखा वहीँ हर किसी को हौंसला दे कर लोगों का भी पूरा पूरा ध्यान रखा। उन्होंने कहा कि चाहे रात के आठ बजें या फिर कल की बजाये परसों का दिन भी लगाना पड़े पर वह इस इलाके के लोगों का यह काम भी रुकने नहीं देंगें।
इस टैक्स को अदा करने के मामले में असेसमेंट आज इस कैम्प में भी एक पहेली बनी रही। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि उन्होने विभाग को कितनी रकम अदा करनी है। हड़बड़ाहट में कई लोग अधिक रकम भी जमा करवा बैठे। ज़यादा रकम दे बैठने का गम तो लोगों को था ही पर उन्हें सदमा लगने अहसास हुआ जब उन्हें किसी ने यह कह दिया कि अब उन्हें इतनी ही रकम हर साल अदा करनी पड़ेगी। इसी बीच लोग इस बहस में भी उलझे दिखाई दिए कि यह टैक्स वास्तव में कौन लगवा रहा है---दिल्ली में बैठी कांग्रेस नेतृत्व यूपीए सरकार की अकाली-भाजपा सरकार----?
लुधियाना : 26 नवंबर 2013: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): कांग्रेस, कम्युनिस्ट और अन्य विपक्षी दलों के तीखे विरोध का कोई असर नहीं हुआ और कई प्रदर्शनों व मार्चों के बावजूद प्रापर्टी टेक्स की कुलेकशन का काम जोर शोर से जारी है। अंतिम तारीख नवंबर को नज़दीक देखते हुए इस मकसद के कैम्प भी जगह जगह लगाये जा रहे हैं। जहाँ और भाजपा पार्षद इस टैक्स अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं वहीँ कांग्रेस समर्थक पार्षद भी आम जनता के साथ सीधे सीधे जुड़े होने के कारण इस टैक्स के लिए रहे कैम्पों को सफल बनाने में सक्रिय हैं। इतनी सरगर्म सियासी हिमायत के बावजूद सरकारी विभाग अपनी ढिलमुल नीती छोड़ने को तैयार नहीं हुए। बहुत बड़ी आबादी वाले इन इलाकों में कैम्प तो घोषित कर दिया गया और टीम भी पहुँच गयी लेकिन इस मकसद के लिए भरे वाले फ़ार्म दोपहर होते होते करीब तीन घंटों में ही समाप्त हो गए। लोग टैक्स फ़ार्म खत्म।
इस हालत में निराश और नाराज़ हुए लोगों को अपने प्रभाव और प्रेम से मनाया पार्षद जय प्रकाश ने। उन्होंने खुद इस कैम्प में मौजूद रह कर जहां डयूटी पर पहुंचे स्टाफ सदस्यों का ध्यान रखा वहीँ हर किसी को हौंसला दे कर लोगों का भी पूरा पूरा ध्यान रखा। उन्होंने कहा कि चाहे रात के आठ बजें या फिर कल की बजाये परसों का दिन भी लगाना पड़े पर वह इस इलाके के लोगों का यह काम भी रुकने नहीं देंगें।
इस टैक्स को अदा करने के मामले में असेसमेंट आज इस कैम्प में भी एक पहेली बनी रही। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि उन्होने विभाग को कितनी रकम अदा करनी है। हड़बड़ाहट में कई लोग अधिक रकम भी जमा करवा बैठे। ज़यादा रकम दे बैठने का गम तो लोगों को था ही पर उन्हें सदमा लगने अहसास हुआ जब उन्हें किसी ने यह कह दिया कि अब उन्हें इतनी ही रकम हर साल अदा करनी पड़ेगी। इसी बीच लोग इस बहस में भी उलझे दिखाई दिए कि यह टैक्स वास्तव में कौन लगवा रहा है---दिल्ली में बैठी कांग्रेस नेतृत्व यूपीए सरकार की अकाली-भाजपा सरकार----?
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