Tuesday 14th March 2023 at 3:54 PM
कलम, कला और संगीत से जुड़े लोगों का संगम प्राचीन कला केंद्र नियमित तौर पर आयोजित करता आ रहा है। बिना किसी शोरशराबे के लगातार करता आ रहा है। इस आयोजन में पहुंचने वाले अधिकतर लोग अपने अपने क्षेत्र में पूरी तरह से समर्पित भी होते हैं। जब समाज और मीडिया सनसनी और मुनाफागिरि पर ही आधारित हो गया हो तब इस तरह के आयोजनों की अहमियत और भी बढ़ जाती है। इसी मकसद की औपचारिक घोषणा को लेकर आज सेक्टर 27 के प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन प्राचीन कला केंद्र द्वारा किया गया। इस प्रेस मीट का आयोजन केंद्र के आगामी वार्षिक महोत्सव 52 वें अखिल भारतीय भास्कर राव नृत्य एवं संगीत सम्मलेन का शानदार आगाज से सम्बंधित था जोकि 17 मार्च से टैगोर थिएटर में शुरू होने जा रहा है। तीन दिवसीय इस सम्मलेन में देश भर से जाने माने कलाकार अपनी प्रस्तुतिया पेश करेंगे। इस अवसर पर सम्मलेन और प्राचीन कला केंद्र की भावी योजनाओं के बारे में भी चर्चा की गई। इस प्रेस कांफ्रेंस को केंद्र की रजिस्ट्रार एवं वरिष्ठ कत्थक गुरु शोभा कौसर, सचिव सजल कौसर एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री एस डी शर्मा ने संबोधित किया। गौरतलब है कि श्री शर्मा इस संस्थान से करीब चार दशकों से जुड़े हुए हैं।
प्राचीन कला केन्द्र की पिछले 51वर्षो से निरंतर चली आ रही संगीत एवं नृत्य से परिपूर्ण सम्मेलन को आयोजित करने की परम्परा इस वर्ष 52 वें वर्ष में प्रवेश कर गई । इस संगीतिक जमावड़े में देश के लगभग सभी कलाकारों ने अपनी मंच प्रस्तुतियों से इस सम्मेलन की शोभा बढ़ाई है। प्राचीन कला केन्द्र द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में इस वर्ष भी सधे हुए कलाकारों का जमावड़ा है और हरेक कलाकार का अपना एक विशेष महत्व है। इस बार चंडीगढ़ के कला प्रेमियों को अपनी कला के जादू जगाने प्रसाद खापरदे (गायन) , गीता महालिक (ओडिशी नृत्य ), उस्ताद शाहिद परवेज़ खान (सितार), रुक्मिणी विजयकुमार (भरतनाट्यम), पंडित सतीश व्यास (संतूर ) , श्री चेतन जोशी (बांसुरी), पंडिता अनुराधा पाल (तबला ) एवं कुमार शर्मा (कत्थक नृत्य ) जैसे प्रतिभावान एवं सधे हुए कलाकार अपनी चुनिंदा प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
इसके अलावा केन्द्र की पुरानी परंपरा के अनुसार केन्द्र कला जगत की दो महान हस्तियों को भी सम्मानित करने जा रहा है । इनमें पंजाब क्षेत्र के जाने माने सितार वादक एवं गुरु श्री सुरिंदर कुमार दत्ता को पीकेके लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड एवं शायदा जोकि दैनिक भास्कर की डिप्टी एडिटर भी हैं , को पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने विशिष्ट योगदान के लिए पीकेके अवार्ड ऑफ़ एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा।
इसके पश्चात सम्मेलन के पहले दिन नासिक से आये जाने माने शास्त्रीय गायक श्री प्रसाद खापरदे और ओडिशी नृत्यांगना श्रीमती गीता महालिक अपने समूह के साथ खूबसूरत नृत्य प्रस्तुतियां पेश करेंगे।