Friday 15th May 2020 at 14:29
काव्यपूर्ण शब्दों में श्रद्धा सुमन अर्पित किये और कहा:जीत जायेंगे हम
लुधियाना: 15 मई 2020: (कार्तिका सिंह//पंजाब स्क्रीन ब्लॉग टीवी)::
कोरोना के साथ जंग जारी है। आंकड़े बढ़ रहे हैं लेकिन इसके साथ ही इसे नियंत्रण में लाने के प्रयास भी तेज़ हो रहे हैं। जिस रफ्तार से यह जंग तेज़ हो रही उसी रफ्तार से बहुत शिद्दत के साथ याद आ रहे हैं एसीपी अनिल कोहली। देश में सक्रिय पुलिस फ़ोर्स में से इस जंग के पहले शहीद। कहीं आम जनता इसकी चपेट में न आ जाये इसकी चिंता में आधी आधी रात को जाग जाने वाले एसीपी अनिल कोहली। कहीं कोई भूखा न सो जाये इस चिंता में खुद राशन लाद कर और खुद रिक्शानुमा भारीभरकम ठेला पैडलों से ड्राईव कर के गरीबों के घरों तक पहुंचने वाले एसीपी अनिल कोहली। समाज के छोटे से छोटे व्यक्ति का दर्द महसूस करने वाले वह लोकप्रिय पुलिस अफसर एसीपी अनिल कोहली आज हमारे दरम्यान नहीं है लेकिन उन की यादें हमारे साथ रहेंगी। उन यादों को संजोने और संभालने का बहुत ही अच्छा प्रयास किया है उनके गहरे मित्र डा. रमेश मेहता (मंसूरां वालों) ने। आज भी उन्हें याद करते ही डाक्टर रमेश की आँखों में आंसू आ जाते हैं।
कोरोना संकट में पंजाब पुलिस बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए डॉ. रमेश द्वारा लिखित एसीपी अनिल कोहली को समर्पित श्रद्धांजलि गीत बहुत ही मार्मिक है। इस गीत की हर पंक्ति कोरोना की जंग के उस शहीद की यादों का सिलसिला आड़ दिलाती है। बोलों के साथ साथ अतीत की तस्वीरों से यह सब और भी सजीव हो गया है।
शहीद अनिल कोहली एसीपी लुधियाना को समर्पित श्रद्धांजलि गीत, पंजाब पुलिस, फ्रंट लाइन योद्धाओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए मिशन पुनर्जोत के तहत सामाजिक सेवाओं की निरंतरता में यह गाना आज दुनिया भर में रिलीज हुआ। सब कुछ बहुत ही सादगी
यह गीत डॉ. रमेश एमडी, नेत्र विशेषज्ञ, डायरेक्टर, डॉ. रमेश सुपर स्पेशियलिटी आई और लेजर लुधियाना द्वारा प्रस्तुत और लिखा गया है। सब कुछ बहुत ही सादगी से हुआ। न कोई वीआईपी बुलाया गए न ही कोई तड़क भड़क दिखाई गई। सोशल डिस्टेंस का कायम रखते हुए यह सारी रस्म बहुत ही सादगी से अदा हुई।
लुधियाना के लोग, पुलिस बलों के जवान और राष्ट्र के लोग ईमानदार, समर्पित, व्यावहारिक, प्रतिबद्ध और बहादुर पुलिस अधिकारी अनिल कोहली के महान बलिदान के ऋणी रहेंगे। हर दिल में एक विशेष जगह बानी रहेगी उस महान शहीद के लिए।
इस गीत में कोरोना बीमारी की देखभाल के लिए उनके योगदान और उनके सबक को बहुत ही आसान से शब्दों में जनता के सामने रखा गया। डाक्टर रमेश ने अपने बेहद प्रिय मित्र एसीपी कोहली को इस गीत के ज़रिये याद रखने का यह प्रयास बहुत ही श्रद्धा से किया। उनके दिल की आवाज़ है इस गेट में।
यह श्रद्धांजलि गीत यूट्यूब पर उपलब्ध है। इसे देखा जा सकता है। इस मकसद के लिए आप यहां क्लिक भी कर सकते हैं।
इसके साथ ही डा. रमेश ने एक वायदा भी किया है। यह वायदा उनके परिवार के साथ भी है। उन्होंने कहा कि मिशन पुनर्जोत हमेशा अनिल कोहली जी के परिवार के साथ रहेगा और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना रहेगा। आपको यह प्रयास कैसा लगा अवश्य बताएं। --कार्तिका सिंह