Pahunche hain kahan Maloom Nahin
Courtesy: //YouTube: Film: Bahu Begum Singer(s): Asha Bhosle Music By: Roshan
Lyricist(s): Sahir Ludhianvi
Courtesy: //YouTube: Film: Bahu Begum Singer(s): Asha Bhosle Music By: Roshan
Lyricist(s): Sahir Ludhianvi
अपने ज़माने का हिट गीत जो हर गली के हर मोड़ पर दिलों को झंक्झोरता हुआ अपनी तरंगें छोड़ जाता था। ज़िंदगी और प्रेम की नाकामियों से गुज़रते हर नौजवान को यह गीत अपना अपना
सा लगता। हर बुज़ुर्ग अपनी गुज़र चुकी नाकाम ज़िंदगी का दर्द इस गीत के ज़रिये गुनगुनाता। साहिर साहिब ने तोइसे कई बार जिया था। हर कदम पर इसे महसूस किया था। सं १९६७ में आई इस हिंदी फिल्म बहु बेगम के निर्देशक थे-एम सादिक और संगीत तैयार किया था-रौशन ने। फिल्म के सितारों में थे प्रदीप कुमार, मीना कुमारी और अशोक कुमार। लखनऊ की पृष्टभूमि और माहौल में इस फिल्म की कहानी उस दौर के मज़बूत थीम पर थि. प्रेम कहीं और हो जाना और शादी कहीं और। फिल्म में हर कलाकार ने अपना किरदार बहुत ही जानदार तरीके से निभाया। ज़िंदगी के दोराहे और दुविधा को इस गीत में बहुत ही खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है। अहसास को सादगी भरे शब्दों में महसूस करने वाले जनाब साहिर साहिब ने इस दर्द को हर दिल में उतार दिया था।
Nikle the kaha jane ke liye, pahunche hai kaha malum nahi
Abb apne bhatkate kadmo ko, manjil kaa nisha malum nahi
Hamne bhi kabhi iss gulshan me, ek khwabe bahara dekha tha
Kab phul jhare kab gard udi, kab aayi khija malum nahi
Dil shola e gham se khak huwa, ya aag lagi aramano me
Kya chiz jali kyon sine se utha hai dhuwa malum nahi
Barabad wafa kaa afasana ham kise kahe, aur kaise kahe
Khamosh hain lab, aur dooniya ko ashko ki juban malum nahi
Ashok Kumar as Nawab Sikander Mirza
Pradeep Kumar as Yusuf
Meena Kumari as Zeenat Jahan Begum
Lalita Pawar as Naziran Bai
Jhonny Walker as Achchan
Naaz as Suraiya
Zeb Rehman as Bilqees
D.K. Sapru as Nawab Mirza Sultan
Indira Bansal as Shafugupta Begum
Durrani
Rajan Haksar as Nawab Pyare Miya
Shahid Bijnori
Helen as Courtesan
सा लगता। हर बुज़ुर्ग अपनी गुज़र चुकी नाकाम ज़िंदगी का दर्द इस गीत के ज़रिये गुनगुनाता। साहिर साहिब ने तोइसे कई बार जिया था। हर कदम पर इसे महसूस किया था। सं १९६७ में आई इस हिंदी फिल्म बहु बेगम के निर्देशक थे-एम सादिक और संगीत तैयार किया था-रौशन ने। फिल्म के सितारों में थे प्रदीप कुमार, मीना कुमारी और अशोक कुमार। लखनऊ की पृष्टभूमि और माहौल में इस फिल्म की कहानी उस दौर के मज़बूत थीम पर थि. प्रेम कहीं और हो जाना और शादी कहीं और। फिल्म में हर कलाकार ने अपना किरदार बहुत ही जानदार तरीके से निभाया। ज़िंदगी के दोराहे और दुविधा को इस गीत में बहुत ही खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है। अहसास को सादगी भरे शब्दों में महसूस करने वाले जनाब साहिर साहिब ने इस दर्द को हर दिल में उतार दिया था।
Nikle the kaha jane ke liye, pahunche hai kaha malum nahi
Abb apne bhatkate kadmo ko, manjil kaa nisha malum nahi
Hamne bhi kabhi iss gulshan me, ek khwabe bahara dekha tha
Kab phul jhare kab gard udi, kab aayi khija malum nahi
Dil shola e gham se khak huwa, ya aag lagi aramano me
Kya chiz jali kyon sine se utha hai dhuwa malum nahi
Barabad wafa kaa afasana ham kise kahe, aur kaise kahe
Khamosh hain lab, aur dooniya ko ashko ki juban malum nahi
Ashok Kumar as Nawab Sikander Mirza
Pradeep Kumar as Yusuf
Meena Kumari as Zeenat Jahan Begum
Lalita Pawar as Naziran Bai
Jhonny Walker as Achchan
Naaz as Suraiya
Zeb Rehman as Bilqees
D.K. Sapru as Nawab Mirza Sultan
Indira Bansal as Shafugupta Begum
Durrani
Rajan Haksar as Nawab Pyare Miya
Shahid Bijnori
Helen as Courtesan