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गुरुवार, 30 अक्टूबर 2014
मंगलवार, 28 अक्टूबर 2014
हम नहीं बदलने देंगें यहाँ से यह स्कूल-प्रवीण बांसल का आश्वासन
प्रवीण बांसल ने जताई लैंड माफिया साज़िश की गंभीर आशंका
लुधियाना: 28 अक्टूबर 2014: (रेक्टर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):
आज सुबह यहाँ कुंदनपुरी सिविल लाइन्ज़ के इलाके में था। लोग रोष में थे और आक्रोश उनकी बातों से झलक रहा था। उनकी बड़ी लैंगुएज बता रही थी कि वे अपने अधिकार की इस जंग में किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसी बीच वहां पौने 11 बजे के करीब पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष परवीन बांसल। उन्होंने लोगों का दुःख सुना। उनका दर्द समझा। उन्हें बताया की वह लुधियाना का दौरा कर चुके हैं। फील्ड गंज 16 नंबर कूचे में चल रहा स्कूल और मोती नगर में चल रहा स्कूल बेहद खस्ता हालत में हैं लेकिन सरकार उनको वहां से बदलने का नाम नहीं ले रही। वहां बच्चों की जान भी खतरे में हैं लेकिन सरकार को वहां यह सब नज़र नहीं आता। उन्होंने स्वीकार किया की सरकार हमारी है लेकिन इसकी नीतियां घटिया हैं। यह एक सोचने वाली बात है कि सरकार इसी स्कूल के पीछे क्यों पड़ी है जबकि यहाँ मोती नगर और फील्ड गंज कूचा नंबर 16 जैसा कुछ भी नहीं है। यहाँ की हालत बहुत ठीक है। इसके साथ ही उन्होंने कहा की अगर कुछ ज़रूरत है तो सरकार को तुरंत करना चाहिए। अगर सरकार के पासी स्कूल की मुरम्मत के लिए भी पैसे नहीं हैं तो यह रकम हम खर्च करेंगे। श्री बांसल ने कहा कि लोगों में चल रही यह चर्चा अब दमदार लगती है कि कहीं इस स्कूल की जगह का सौदा तो नहीं हो गया? कहीं लैंड माफिया ने इस स्कूल की जगह पर अपनी ललचाई नज़रें तो नहीं गाड़ रखीं?उन्होंने कहा कि इस जगह को असुरक्षित बता कर सरकार जिस जगह स्कूल भेज रही है वह पूरी तरह असुरक्षित है। वहां से हाई टेंशन तार गुज़रती है। श्री बांसल ने आश्वासन दिया कि इस बात की तह तक जाया जायेगा कि इन गरीब बच्चों की ज़िंदगी और भविष्य के साथ यह खिलवाड़ क्यों?
इस मौके पर मौजूद लोगों ने साफ़ साफ़ कहा कि वे अपनी जान की बाज़ी लगा देंगें पर इस स्कूल को यहाँ से कहीं नहीं जाने देंगें। वहां मौजूद एक व्यक्ति राकेश कुमार ने कहा उसके बच्चे यहाँ पढ़ते हैं। चन्द्र नगर में स्कूल का तबादला होने से उसकी रोज़ी रोटी का सारा सिस्टम ही हिल जायेगा। अगर सरकार हमें इस बिल्डिंग से निकल देगी तो हम सड़कों पर क्लास लगाएंगे। पार्क में क्लास लगाएंगे।
गौरतलब है की जहाँ बच्चों का तबादला किया गया है वहां पहले ही जगह कम है। वहां से जब सुबह की शिफ्ट समाप्त होगी तो उस समय बाद दोपहर शाम की शिफ्ट शुरू होगी जो शाम छह बजे तक चलेगी। इस तरह इन बच्चों की यह पढ़ाई सर्दी के मौसम में एक सज़ा बन कर रह जाएगी। नतीजा होगा बहुत से बच्चे पढ़ाई छोड़ जाएंगे। श्री बंसल ने भी मीडिया को बताया कि जब जब जहाँ जहाँ इस तरह की शिफ्टिंग हुयी है वहां आधे से भी ज़्यादा बच्चे पढ़ाई छोड़ गए। उन्होंने चिंता ज़ाहिर की कि स्कूलों की संख्या लगातार काम हो रही है----पीछे से किसी चुटकी ली शराब के ठेकों की संख्या जो बढ़ रही है।
जब श्री बंसल इस बात का आश्वासन दे चुके तो बच्चों की ख़ुशी का कोई ठिकाना न था। उन्होंने भी जोश में नारेबाजी की और शिफ्टिंग के खिलाफ अपना रोष जताया। श्री बंसल ने उन्हें भी समझा कर शांत किया और भारत माँ की जय के नारे लगवा कर उनका ध्यान सही तरफ मोड़ा। उन्होंने कहा कि इस मामले की तह तक जाया जायेगा और यह स्कूल यहीं रहेगा कहीं नहीं जायेगा। गौरतलब है कि यह स्कूल करीब चार दशकों से चल रहा है। इस स्कूल के साथ लोगों के जज़्बात जुड़े हुए हैं। इसमें पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे गरीब और माध्यम परिवारों के हैं। उन्हें यहाँ से शिफ्ट करना---सुबह की बजाए शाम को पढ़ना कहना आसान लगता है अपर उनके परिवारों की रोज़ी रोटी का पूरा सिस्टम ही चरमरा जायेगा। इस हालत में ये बच्चे पढ़ाई छोड़ दें तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। श्री बांसल ने कहा कि हम इन बच्चों से इनका शिक्षा का अधिकार किसी को भी नहीं छीनने देंगें।
इसी बीच गुस्से में आये लोगों ने एक बार तो स्कूल के स्टाफ को ही एक कमरे में बंधक बना लिया था क्यूंकि स्टाफ के लोग स्कूल का सामन दुसरे स्कूल में लेजाने की ज़िद कर रहे थे। लगते ही परवीन बांसल तुरंत वहां पहुंचे और स्टाफ को उस कमरे से आज़ाद करवाया। यफ़ी श्री बांसल वहां नहीं होते तो मामला बिगड़ भी सकता था।
लुधियाना: 28 अक्टूबर 2014: (रेक्टर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन):
पूरे ध्यान से लोगों का दर्द सुनते हुए प्रवीण बांसल |
मजबूर लोगों का दर्द |
गौरतलब है की जहाँ बच्चों का तबादला किया गया है वहां पहले ही जगह कम है। वहां से जब सुबह की शिफ्ट समाप्त होगी तो उस समय बाद दोपहर शाम की शिफ्ट शुरू होगी जो शाम छह बजे तक चलेगी। इस तरह इन बच्चों की यह पढ़ाई सर्दी के मौसम में एक सज़ा बन कर रह जाएगी। नतीजा होगा बहुत से बच्चे पढ़ाई छोड़ जाएंगे। श्री बंसल ने भी मीडिया को बताया कि जब जब जहाँ जहाँ इस तरह की शिफ्टिंग हुयी है वहां आधे से भी ज़्यादा बच्चे पढ़ाई छोड़ गए। उन्होंने चिंता ज़ाहिर की कि स्कूलों की संख्या लगातार काम हो रही है----पीछे से किसी चुटकी ली शराब के ठेकों की संख्या जो बढ़ रही है।
जब श्री बंसल इस बात का आश्वासन दे चुके तो बच्चों की ख़ुशी का कोई ठिकाना न था। उन्होंने भी जोश में नारेबाजी की और शिफ्टिंग के खिलाफ अपना रोष जताया। श्री बंसल ने उन्हें भी समझा कर शांत किया और भारत माँ की जय के नारे लगवा कर उनका ध्यान सही तरफ मोड़ा। उन्होंने कहा कि इस मामले की तह तक जाया जायेगा और यह स्कूल यहीं रहेगा कहीं नहीं जायेगा। गौरतलब है कि यह स्कूल करीब चार दशकों से चल रहा है। इस स्कूल के साथ लोगों के जज़्बात जुड़े हुए हैं। इसमें पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे गरीब और माध्यम परिवारों के हैं। उन्हें यहाँ से शिफ्ट करना---सुबह की बजाए शाम को पढ़ना कहना आसान लगता है अपर उनके परिवारों की रोज़ी रोटी का पूरा सिस्टम ही चरमरा जायेगा। इस हालत में ये बच्चे पढ़ाई छोड़ दें तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। श्री बांसल ने कहा कि हम इन बच्चों से इनका शिक्षा का अधिकार किसी को भी नहीं छीनने देंगें।
जब लोगों ने स्कूल के कमरे में स्टाफ को ही बंद कर दिया |
शनिवार, 25 अक्टूबर 2014
BJP Leader Parveen Bansal on Sawachh Bharat Mission
जिला भाजपा टीम ने मंदिरों से चलाया विशेष अभियान
'स्वच्छ भारत अभियान' के तहत स्थानीय जगरांव पुल के समीप स्थित दुर्गा माता मंदिर में माथा टेकने के बाद शहर के विभिन्न धार्मिक स्थानो, पार्को आदि से खंडित मूर्तियाँ,कलैंडर,माता की चुनरी व अन्य पूजा सामग्री को उठा कर स्वच्छता रखने का शहर वासियों को ज़ोरदार सन्देश दिया गया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि दीपावली के दिन मंदिरों व पार्कों आदि में दीपक व मिट्टी की मूर्तियाँ तथा कलैंडर आदि लोग रख जाते हैं जिन्हें सनातन धर्म के अनुसार चलते पानी में जल प्रवाह करना चाहिए। जिला भाजपा की टीम द्वारा शहर के विभिन्न धार्मिक स्थानो से पूजा सामग्री व खंडित मूर्तियों आदि को उठा कर नहर में घुलनशील प्रतिमाओं को जल प्रवाह किया जायेगा, जबकि अन्य सामग्री को अग्नि भेंट कर उसकी राख को पानी में छोड़ दिया जाएगा। श्री बांसल ने बताया कि ऐसा करने से जहाँ सफाई व्यवस्था ठीक रहेगी वहीं धर्म की पालना भी होगी। उन्होंने शहर वासियों से अपील करते हुए दोहराया कि वह शहर की सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अपने घर व आस पास के साथ साथ इधर-उधर कूड़ा फेंकने वालों को भी इसके नुक्सानो के विषय में समझाएँ ताकि सफाई के प्रति लोग जागरूक हो सकें। नगर निगम के डिप्टी मेयर आर डी शर्मा ने कहा कि सफाई रखने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। यदि हम अपने इर्द-गिर्द सफाई नहीं रखते तो संक्रामक बीमारियाँ हमें घेर लेती है। निरोग काया के लिए सफाई रखना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर सुनील मौदगिल,दुर्गा माता मंदिर के प्रधान बलबीर गुप्ता,देवी सहाय टंडन,राजिन्द्र हंस,संगीता भंडारी,जीवन गुप्ता सहित और भी कई पार्टी कार्यकर्त्ता शामिल थे। उन्होंने इस संबंध में नहर के किनारे जवद्दी पुली के निकट स्थित धर्मस्थल प्रयासों की प्रशंसा भीकी कहा कि ऐसे शुभ कामों को अपनाने में देरी नहीं की जानी चाहिए।
'स्वच्छ भारत अभियान' के तहत स्थानीय जगरांव पुल के समीप स्थित दुर्गा माता मंदिर में माथा टेकने के बाद शहर के विभिन्न धार्मिक स्थानो, पार्को आदि से खंडित मूर्तियाँ,कलैंडर,माता की चुनरी व अन्य पूजा सामग्री को उठा कर स्वच्छता रखने का शहर वासियों को ज़ोरदार सन्देश दिया गया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि दीपावली के दिन मंदिरों व पार्कों आदि में दीपक व मिट्टी की मूर्तियाँ तथा कलैंडर आदि लोग रख जाते हैं जिन्हें सनातन धर्म के अनुसार चलते पानी में जल प्रवाह करना चाहिए। जिला भाजपा की टीम द्वारा शहर के विभिन्न धार्मिक स्थानो से पूजा सामग्री व खंडित मूर्तियों आदि को उठा कर नहर में घुलनशील प्रतिमाओं को जल प्रवाह किया जायेगा, जबकि अन्य सामग्री को अग्नि भेंट कर उसकी राख को पानी में छोड़ दिया जाएगा। श्री बांसल ने बताया कि ऐसा करने से जहाँ सफाई व्यवस्था ठीक रहेगी वहीं धर्म की पालना भी होगी। उन्होंने शहर वासियों से अपील करते हुए दोहराया कि वह शहर की सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अपने घर व आस पास के साथ साथ इधर-उधर कूड़ा फेंकने वालों को भी इसके नुक्सानो के विषय में समझाएँ ताकि सफाई के प्रति लोग जागरूक हो सकें। नगर निगम के डिप्टी मेयर आर डी शर्मा ने कहा कि सफाई रखने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। यदि हम अपने इर्द-गिर्द सफाई नहीं रखते तो संक्रामक बीमारियाँ हमें घेर लेती है। निरोग काया के लिए सफाई रखना बहुत जरूरी है। इस अवसर पर सुनील मौदगिल,दुर्गा माता मंदिर के प्रधान बलबीर गुप्ता,देवी सहाय टंडन,राजिन्द्र हंस,संगीता भंडारी,जीवन गुप्ता सहित और भी कई पार्टी कार्यकर्त्ता शामिल थे। उन्होंने इस संबंध में नहर के किनारे जवद्दी पुली के निकट स्थित धर्मस्थल प्रयासों की प्रशंसा भीकी कहा कि ऐसे शुभ कामों को अपनाने में देरी नहीं की जानी चाहिए।
बुधवार, 22 अक्टूबर 2014
रविवार, 19 अक्टूबर 2014
gulzar poetry ,, pyar kabhi ik tarfa hota hai na hoga
gulzar poetry ,, pyar kabhi ik tarfa hota hai na hoga
रविवार, 12 अक्टूबर 2014
Baba Sent Us---We are with You-AMURTEL
My Slideshow about AMURTEL relief visit to J and K
This slideshow related to AMURTEL Relief work in Jammu Kashmir's severe flood affected areas which were just like disconnected from active life . They had no hope for survival . When The AMURTEL team reached they gotb it as a surprise, as a miracle of God . Flood affected areas and the peoples were in the badly unhealthy conditions . They had no any medicine, no food, no water, no cloth . AMURTEL provided them a quick releif according to the sources.AMURTEL team distributed food, medicines and cloths etc . in Udhampur alone AMURTEL team provided medical assistance to the 1000 peoples. More than 500 hundereds blankets were also distributed to them. in Anantnag AMURTEL team distributed five quintal Rice, Pulses, oil and 500 soaps. In a Jammu village AMURTEL also distributed the relief items to these unfortunate peoples. All these relief operations were carried out under the supervision of RSL Chandigarh Ananda Ratna Jyoti Acarya along with DSL Delhi Ananda Gopa Acarya, DSL Jammu -Ananda Sarvagya Acarya, DSL- Sunder Nagar Ananda Suddharshila, DSL-Ludhiana Lipika Acarya.
AMURTEL team continued this relief operation from 30th September 2014 to 7th October 1014. This relief operation was an assurance that you are not alone. We all with you . AMURTEL team injected a new hope in the broken hearts of the peoples. AMURTEL team proved that India is one from Kashmir to Kanyakumari .
This slideshow related to AMURTEL Relief work in Jammu Kashmir's severe flood affected areas which were just like disconnected from active life . They had no hope for survival . When The AMURTEL team reached they gotb it as a surprise, as a miracle of God . Flood affected areas and the peoples were in the badly unhealthy conditions . They had no any medicine, no food, no water, no cloth . AMURTEL provided them a quick releif according to the sources.AMURTEL team distributed food, medicines and cloths etc . in Udhampur alone AMURTEL team provided medical assistance to the 1000 peoples. More than 500 hundereds blankets were also distributed to them. in Anantnag AMURTEL team distributed five quintal Rice, Pulses, oil and 500 soaps. In a Jammu village AMURTEL also distributed the relief items to these unfortunate peoples. All these relief operations were carried out under the supervision of RSL Chandigarh Ananda Ratna Jyoti Acarya along with DSL Delhi Ananda Gopa Acarya, DSL Jammu -Ananda Sarvagya Acarya, DSL- Sunder Nagar Ananda Suddharshila, DSL-Ludhiana Lipika Acarya.
AMURTEL team continued this relief operation from 30th September 2014 to 7th October 1014. This relief operation was an assurance that you are not alone. We all with you . AMURTEL team injected a new hope in the broken hearts of the peoples. AMURTEL team proved that India is one from Kashmir to Kanyakumari .
मंगलवार, 7 अक्टूबर 2014
BEGUM AKHTAR (the complete documentary)
Centenary Commemoration of Begum Akhtar begins
Begum Akhtar was born in Bada Darwaza, Town Bhadarsa, Bharatkund, Faizabad District, Uttar Pradesh. Her father Asghar Hussain, a young lawyer who fell in love with her mother Mushtari and made her his second wife, subsequently disowned her and his twin daughters Zohra and Bibbi (Akhtar) Courtesy YouTube
बेगम अख्तर के जन्म सदी समारोह शुरू
संगीत को नए अंदाज़ और सम्मान बख्शने वाली उस महान बेगम अख्तर की याद में
Begum Akhtar was born in Bada Darwaza, Town Bhadarsa, Bharatkund, Faizabad District, Uttar Pradesh. Her father Asghar Hussain, a young lawyer who fell in love with her mother Mushtari and made her his second wife, subsequently disowned her and his twin daughters Zohra and Bibbi (Akhtar) Courtesy YouTube
बेगम अख्तर के जन्म सदी समारोह शुरू
संगीत को नए अंदाज़ और सम्मान बख्शने वाली उस महान बेगम अख्तर की याद में
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